महिला पार्षद की जगह पर नहीं करने देंगें किसी पुरुष को काम
पार्षदों सावधान !!! टैक्स हमारा, वोट हमारी, अब नहीं चलेगी मौज तुम्हारी
बेलन ब्रिगेड की यही पुकार, बंद करो पार्षदों का व्यापार
चुनाव में जिसका खर्च है ज्यादा लगता है उसका बुरा इरादा
सोच समझ के देंगे वोट, अब नहीं चलेगा दारु नोट
बेलन ब्रिगेड ने शुरू किया वोटर जागरूकता अभियान
लुधियाना: 16 फरवरी 2018: (वार्ड वार रिपोटिंग टीम)::
बेलन ब्रिगेड फिर मैदान में है। इस बार नशे के साथ साथ निशाने पर हैं वह सिस्टम जो नशे के कारोबार को बढ़ावा देता है। इस सिस्टम नशे के कारोबार को उत्साह देता है कभी कोई उच्चाधिकारी बन कर और कभी सियासदान बन कर। नगरनिगम के चुनावी माहौल में बेलन ब्रिगेड ने पहला वार किया है उस मानसिकता पर जिसके अंतर्गत महिलाओं का नाम लेकर पुरुष ही चुनाव लड़ते हैं, पुरुष और उस तथाकथित जीत के बाद वही इस शासन तंत्र को चलाते भी हैं। बेलन ब्रिगेड ने सामने यह संकल्प दोहराया कि अब हम ऐसा नहीं होने देंगें। अगर कोई महिला के नाम पर काम करने या करवाने आया तो हम उसे निगम के नए हाऊस में घुसने ही नहीं देंगें। इसके साथ ही बेलन ब्रिगेड ने कुछ नए नारे भी दिए। जिनकी चर्चा ऊपर हो चुकी है।
बेलन ब्रिगेड की तरफ से एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमे विचार विमर्श किया गया कि नगर निगम हर घर से पानी, सीवरेज व हाउस टैक्स आदि लेता है और जो टैक्स नहीं देता उसके घर की नीलामी का नोटिस तक अखबार में छप जाता है। नगर निगम हमारे टैक्स से ही मोहल्ले में सड़कों, सीवरेज, पार्क व लाईटस इत्यादि पर करोड़ो रुपया खर्च करता है।
बेलन ब्रिगेड की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता शर्मा ने कहा कि अब लुधियाना नगर निगम के चुनाव होने जा रहे है अब जो उम्मीदवार वोटरों को शराब और आटे की थैलीया बांटकर और वोटरों को लालच देकर वोट लेने का प्रयास करेगा उस उम्मीदवार से पूछा जायेगा कि वह वोटरों को समान व नोट क्यों बाँट रहा है। वही उम्मीदवार चुनाव में जीतने के बाद कांऊसलर साहेब रब्ब बन जाते है और वोट डालने वाली जनता अपने काम करवाने के लिए पार्षदों के पीछे पीछे घूमती रह जाएगी । काउंसलर बंनने के बाद वे सड़क निर्माण, पार्को, लाइट्स व सीवेरज आदि पब्लिक वार्ड के कार्यो में अफसरों की मिलीभगत से लाखो रूपए हड़पते है और रिश्वत खाते है।
आज तक ऐसे उम्मीदवार चुनाव जीतने के बाद नगर निगम के अफसरों और ठेकेदारों से कमीशन और रिश्वत लेकर वोटरों को बांटे गए पैसो से कई गुणा इक्कठे करते रहे हैं ।
इसलिए जनता, लुधियाना के समझदार और जागरूक वोटर, जो नगर निगम को टैक्स देते हैं। चुनावों से पहले अपने अपने इलाके के उम्मीदवार जो पार्षद का चुनाव लड़ रहे है उन से एक एफिडेविट या सौगंध पत्र ले कि वह जीतने के बाद ईमानदारी से काम करेगा व नगर निगम से वार्ड पर खर्च होने वाले रुपये का पूरा एक एक पाई का हिसाब वोटरों को देंगा ।
अनीता ने कहा कि चुनाव लड़ने वाला हर उम्मीदवार चुनाव जीतने के बाद पार्षद बंनकर अपने वार्ड की बन रही नई सड़क के निर्माण से पहले उस गली की नुक्क्ड़ पर एक बोर्ड लगाए गा जिस पर ठेकेदार, जे ई, एस डी ओ का नाम, सड़क की लागत, कितने समय पर पूरी होगी आदि जानकारी लिखेगा और अपने वार्ड के नाम पर एक फेस बुक पेज पर या वेबसाइट बनाकर उसमे नगर निगम से मिलने वाले करोड़ो रुपये का सारा हिसाब किताब खर्च आदि उस पर लिखे गा ताकि वार्ड की जनता उसे जान सके।
हमे उम्मीद है कि इस तरह नगर निगम चुनाव लड़ रहा उम्मीदवार चाहे किसी भी पार्टी का हो यदि वह ईमानदार होगा तो जरूर एफिडेविट या घोषणा पत्र में सारे हिसाब किताब को लिखने की सौंगध लेगा ।
दूसरी तरफ यदि चुनाव लड़ने वाला उम्मीदवार नोट कमाने के लिए नगर निगम चुनाव लड़ रहा है और उसके मन में बेईमानी है और वह गुंडों और पैसो के बल पर चुनाव को जीतता है तो ऐसा काउंसलर कोई घोषणा पत्र या एफिडेविट अपनी ईमानदारी का नहीं देगा फिर भी अगर हम ऐसे बेईमान धोखेबाज उम्मीदवार को वोट डाल कर विजयी बना देते है, तो इससे यह होता है कि उस वार्ड के वोटर आज भी अपनी वोट की ताकत का उपयोग नहीं करते जिस प्रकार पुराने जमाने में अनपढ़ लोग ऊंट कुर्सी मेज छतरी आदि की फोटो देख कर वोट डालते थे और नेता लोग पांच साल तक उन्हें मुर्ख बनाते थे और जनता पर राज करते थे क्योकि उस वक्त लोग अनपढ़ व गरीब थे। पर अब तो नहीं ? कई लोग जो पार्षद/पार्षद पति बनकर करोड़ पति बन गए है और वे पुन: लाखो करोड़ो रुपये खर्च करके बार बार नगर निगम का चुनाव लड़कर पार्षद बनंना चाहते है ? और ईमानदार व सच्चे समाजसेवी को चुनाव से दूर रखना चाहते है जैसे के पार्षद बनंना उनका पुश्तैनी काम है।
लुधियाना शहर के लोग जो आज पढ़े लिखे और समझदार वे अपना वोट डालने से पहले पार्टीबाज़ी छोड़ केवल ईमानदार उम्मीदवार को ही वोट डाले। जिसे पार्षद को कुर्सी की लालच न हो और जनता की सेवा करना चाहता हो।
इस अवसर पर बेलन ब्रिगेड की टीम सुरिंदर कौर, यादविंदर कौर, किरण, रेनू, शोभा, माया, रानी दुगल आदि ने अपने अपने विचार रखे।